नमस्कार दोस्तों आज हम बैद्यनाथ त्रिवंग भस्म के बारे में बात करने वाले है | आपको त्रिवांग भस्मा के बारे में पता ही होगा कि यह किस प्रकार काम करता है, अगर नहीं ? तो यह लेख खास करके आपके लिए है |
त्रिवांग भस्मा शरीर में जटिल रोगों को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इस भस्म से मूत्राशय की बीमारी और गर्भाशय मैं होने वाली समस्या को ख़त्म करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है | यह भस्मा पूरी तरह से आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से बनना होने की वजह से इसका सेवन करते समय आपको चिकित्सक की सलाह लेनी जरूरी होती है|
बैद्यनाथ त्रिवंग भस्म बनाते समय क्या इस्तेमाल किया गया है ?
इसे खास कर कर आयुर्वेदिक गुणों से बनाया गया है, इसलिए इसमें –
- शुद्ध वंग
- शुद्ध नाग
- शुद्ध जस्त
- एलोवेरा का रस
का इस्तेमाल किया गया है | यह पूरी तरह से आयुर्वेदिक जड़ी बूटी की तरह काम करता है | यह पाउडर के स्वरूप में मार्केट में उपलब्ध है |
त्रिवंग भस्म के फायदे क्या है ?
इस भस्मा से आपको कई सारे फायदे मिल सकते हैं, जैसे कि –
- पेशाब से संबंधित रोगों की बीमारी से ठीक होती है |
- प्रमेह विकार के समय आप इस त्रिवांग भस्मा का इस्तेमाल कर सकते हो, उससे आपको राहत मिलती है |
- मधुमेह के रोगी इसे अपने दाह को शांत करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं |
- शुक्राणुओं की कमी में भी यह लाभदायक माना गया है |
- बांझपन की समस्या के समय, गर्भाशय के विकारों को दूर करके यह पुत्र-पुत्री प्राप्ति के लिए गुणकारी माना गया है |
- बार-बार गर्भस्त्राव होना या गर्भाशय की कमजोरी होने की समस्या के समय आप इसे इस्तेमाल करके इस समस्या का निदान पा सकते हैं |
- नपुंसकता से पीड़ित रोगी भी इसे इस्तेमाल करके अपने नपुंसकता का इलाज कर सकते हैं |
- सफेद पानी जाने के लिए लिकोरिया के समस्या के समय भस्म का इस्तेमाल फायदेमंद है |
तो दोस्तों यह थे बैद्यनाथ भस्मा के फायदे अब हम जानते हैं,
इसका सेवन कैसे करना चाहिए ?
बैद्यनाथ त्रिवंग भस्म से उचित लाभ पाने के लिए आप इसका से 1 दिन में दो बार कर सकते हैं | आप इसे एक से दो रत्ती की मात्रा में लेकर मक्खन मलाई और शहद के साथ इसका सेवन कर सकते हैं | नियमित तरीके से इसका सेवन करने से आपको जल्द ही इससे फायदा मिलता है |